Mohali Municipal Corporation meeting

मोहाली नगर निगम बैठक: सफाई कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोतरी के लिए लाए गए टेबल आइटम में विभिन्न मुद्दों पर तीखी बहस हुई

Mohali Municipal Corporation meeting: There was heated debate on various issues in the table item br

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Mohali Municipal Corporation meeting- मोहाली। नगर निगम मोहाली की वर्ष 2023 की शुक्रवार को हुई आखिरी बैठक के दौरान बैठक में प्रस्तुत सभी प्रस्तावों को मंजूरी दे दी गई। इस बीच जहां कुछ प्रस्तावों पर तीखी बहस हुई, वहीं सदस्यों ने अपने-अपने वार्डों की समस्याएं भी प्रमुखता से उठाईं। इस दौरान टेबल आइटम लाकर निगम में कार्यरत सफाईकर्मियों का वेतन बढ़ा कर 15 हजार करने पर सहमति बनी और सफाईकर्मियों की मांगों को मानने का प्रस्ताव भी पारित किया गया, जिसके बाद से सफाईकर्मी काम कर रहे हैं। जबकि पिछले दो दिनों से चल रही हड़ताल भी खत्म हो गई है।

नगर निगम के मेयर अमरजीत सिंह सिद्धू की अध्यक्षता में आयोजित बैठक के दौरान, शहर केए और बी सड़कों की सफाई, फायर ब्रिगेड और कार्यालय कर्मचारियों की नियमित भर्ती, गांव की स्ट्रीट लाइटों के रख रखाव का काम आवंटित करने का निर्णय लिया गया। इतिहार बाजी स्थल। टेंडर जारी करने और फायर स्टेशन उपकरण की खरीद सहित कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों को मंजूरी दी गई।

बैठक की शुरुआत में डिप्टी मेयर कुलजीत सिंह बेदी ने सफाई कर्मचारियों की हड़ताल के बारे में बात करते हुए कहा कि इन सफाई कर्मचारियों को बहुत कम वेतन मिल रहा है और इनका वेतन चंडीगढ़ के बराबर होना चाहिए । उन्होंने कहा कि सफाई कर्मियों समेत सभी संविदा कर्मियों का न्यूनतम वेतन 15 हजार रुपये प्रति माह किया जाये, जिसे सदस्यों ने मंजूरी दे दी।

बैठक के दौरान फायर ब्रिगेड के लिए 25 लाख रुपये के उपकरण खरीदने, सामुदायिक केंद्रों में पानी के मीटर लगाने, सिल्वी पार्क की कैंटीन का ठेका एक साल के लिए बढ़ाने, नये वाटर कैनन के निर्माण के लिए दरें तय करने जैसे प्रस्ताव पारित किये गये। इसके साथ ही नगर निगम एवं फायर ब्रिगेड में अग्रणी फायरमैन, फायरमैन, फायर ड्राइवर एवं कार्यालय रिक्त पदों पर भर्ती करने का प्रस्ताव पारित किया गया।

बैठक के दौरान ग्लोबल वेस्ट मैनेजमेंट सेल प्राइवेट लिमिटेड को 41 करोड 54 लाख 46  हजार 504 रुपये का कार्यादेश जारी करने का प्रस्ताव भी पारित किया गया। इस मौके पर पार्षदों ने शहर की सफाई व्यवस्था की खराब हालत की शिकायत की और इसे तुरंत सुधारने की मांग की। इस मौके पर पार्षद जसमीत कौर गिल, गुरुमीत कौर, रूपिंदर कौर रीना और अन्य पार्षदों ने कहा कि कई-कई दिनों तक सफाई नहीं होती और न ही कूड़ा हटाया जाता है। उन्होंने कहा कि इसमें तत्काल सुधार की जरूरत है। इस पर मेयर जीती सिधू ने कहा कि सफाई कार्य शुरू होने पर अधिक सफाई कर्मचारी आ सकेंगे और सफाई व्यवस्था में सुधार होगा।

बैठक के दौरान आउटडोर मीडिया उपकरणों की नई दरें तय करने के प्रस्ताव पर तीखी बहस हुई और पार्षद मंजीत सिंह सेठी ने पिछले दिनों इस काम में हुए भ्रष्टाचार की विजिलेंस जांच कराने का प्रस्ताव पारित करने की मांग की। उन्होंने कहा कि पिछले दो साल से नगर निगम के अधिकारी मनमाने ढंग से साइटों पर कंपनियों का विज्ञापन करा रहे हैं और इसका कोई हिसाब-किताब नहीं है। जब अधिकारियों का मन होता है और जितने दिनों के लिए मन होता है, किसी कंपनी को बेचने के लिए रख दिया जाता है और इस काम में बहुत भ्रष्टाचार होता है।

नगर निगम कमिश्नर नवजोत कौर ने मजीत सेठी के आरोपों को नकारते हुए कहा कि पहले यह समझना जरूरी है कि विभाग की मंजूरी में इतना समय क्यों लगा। उन्होंने कहा कि इन विज्ञापनबाजी बोर्ड के लिए विभिन्न विभागों की मंजूरी की आवश्यकता होती है और यदि सदस्य चाहें तो वे इस संबंध में अधिकारियों द्वारा की गई कार्रवाई का पूरा विवरण दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह से आरोप लगाने का कोई मतलब नहीं है , इस मौके पर डिप्टी मेयर कुलजीत सिंह बेदी ने कहा कि फेस्टिवल बोर्ड को कम से कम एक महीने के लिए दिया जाना चाहिए और अगर इसे एक दिन भी बढ़ाया जाता है तो एक महीने का अतिरिक्त खर्च लिया जाना चाहिए और उसके अनुसार पैसा लिया जाना चाहिए टेंडर होने तक नई दरें।

बैठक के दौरान पार्षद विनीत मलिक ने मोहाली के विभिन्न सेक्टरों की सोसायटियों के सदन द्वारा पारित कार्यों को स्थानीय सरकार द्वारा मंजूरी न देने पर आपत्ति जताई और मांग की कि इन कार्यों को दोबारा समीक्षा के लिए भेजा जाए। उन्होंने कहा कि समितियों के सभी कार्य पिछली सरकार में हो रहे थे, लेकिन नई सरकार आने के बाद से इन कार्यों के प्रस्तावों को सरकार की मंजूरी नहीं मिल पा रही है। उन्होंने कहा कि अगर हम इन सोसायटियों के निवासियों से टैक्स लेते हैं तो उनका काम करना हमारी जिम्मेदारी है। उन्होंने सीधे तौर पर कहा कि अगर सरकार दोबारा इन सोसायटियों का काम रद्द करेगी तो वे कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे।

बैठक के दौरान विभिन्न गांवों के पार्षद हरजीत सिंह बैदवान, हरजिंदर कौर बैदवान, गुरप्रीत कौर, सुच्चा सिंह कलौड, कमलप्रीत सिंह बन्नी, बीबी रमनप्रीत कौर कुंभडा , कमलजीत कौर और अन्य ने आरोप लगाया कि गांवों में सात मंजिला इमारतों का निर्माण किया जा रहा है। अनाधिकृत तरीके से ऐसा हो रहा है जबकि आम लोगों की दीवारों को भी पास नहीं किया जा रहा है और निगम के अधिकारी पैसे लेकर काम करते हैं। उन्होंने कहा कि अधिकारी गांवों का सर्वे कर देखें। इस पर मेयर ने कहा कि गांवों का सर्वे करने के लिए एक कमेटी बनायी जायेगी। बैठक के दौरान शहर में लगातार हो रहे अतिक्रमण का मुद्दा भी उठाया गया और सदस्यों ने कहा कि निगम अधिकारियों की मिलीभगत से अवैध अतिक्रमण बढ़ रहा है।